हिंदी साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य हित अग्रसर चेतना किस्से कहानियां कविताएं मंच ने एक बार फिर नवीन कवियों, कवयित्रियों के साथ ऑफलाइन ओपेन माईक कार्यक्रम सफलता पूर्वक 21 अप्रैल 2024 को पंखा रोड, नई दिल्ली में सम्पन किया। दिल्ली, एनसीआर और देश के विभिन्न राज्यों से आए कवि-कवियत्रियों की शानदार प्रस्तुतियां हुई। कार्यक्रम के संचालक सुधीर कुमार ‘हरित’ की गणेश वंदना एवं चेतना मंच तथा फ्लोरेंट पब्लिकेशन की टीम द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन के साथ चेतना मंच ओपेन माईक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कवि सम्मेलन का हिस्सा बने आशा किरन, अंकिता सिंह, स्मिता सिंह चौहान, सना, अलका सिंह, रोशनी गुप्ता, रोमिल, ऋतु रस्तोगी, श्वेता द्विवेदी तथा कवियों कैफी, हर कीरत बींगरा, हर्ष, सचिन परवाना, गौरव गुप्ता, अब्दुल मलिक, वीरेंद्र कुमार, ज्ञानेंद्र शर्मा, रितेश स्वर्णकार, अमित गौतम, खामोश शायर आदि ने अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विभिन्न विषयों पर सुन्दर रचनायें प्रस्तुत की।
सर्वोत्तम प्रस्तुति के लिए कवियत्री रोशनी गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ विजेता और श्रेष्ठ प्रस्तुतियों के लिए क्रमशः स्मिता सिंह चौहान, ज्ञानेंद्र शर्मा एवं रितेश सांवरकर को चयनित कर मंच की ओर से मेडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया साथ ही कार्यक्रम में सम्मिलित समस्त प्रतिभागियों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर चेतना मंच द्वारा कवियत्री अंकिता सिंह की पुस्तक “उजास की ओर” और कवियत्री आभा सिंह की पुस्तक “पतझड़ के मोती” का विमोचन सम्प्पन हुआ।
चेतना मंच ने अपने ओपन माइक कार्यक्रम के लिए कवियों और कवयित्रियों को आमंत्रणित किया था। इस खास कार्यक्रम में श्री सचिन चतुर्वेदी जी (अनुराग्यम के संस्थापक, नई दिल्ली) को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
इस अद्भुत अवसर पर, श्री सचिन चतुर्वेदी जी ने जीवन में पौधों के मूल्य के बारे में बात की और हमें एक पेड़ लगाने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने एक कविता प्रस्तुत की जिसमें प्रियंका रेड्डी हैदराबाद केस (2019) को समर्पित की गई थी जिसका शीषर्क था “लुट जाएगी धरती, टूटेंगी जब सिस्की, जब तार तार हर मंज़र होगा।”
यह विशेष कार्यक्रम चेतना मंच के आदर्शों और साहित्य के माध्यम से समाज में संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए एक प्रयास था।
सुधीर कुमार ‘हरित’ और प्रियंका गहलौत “प्रिया” ने कार्यक्रम के संचालक की भूमिका का सफलतम निर्वहन किया
चेतना मंच की संस्थापिका चेतना लवास, मीना सिंह ‘मीन’, मोनिका सिंह “मोह”, प्रियंका गहलौत “प्रिया कुमार और विश्वनाथ मिश्रा ने सभी रचनाकारों को उनकी उत्कृष्ठ प्रस्तुतियों के लिए शुभकामनाएँ प्रदान की।