कविता – मेरी प्यारी मां : श्रवण सिंह राव

संपूर्ण संसार का मान है मां
हमारे घर -आंगन का सम्मान है मां
सुख दुःख का सार है मां
संतानों के दु:खों का नाम है मां
हमारे पालन- पोषण का नाम ही है मां
सेवा, क्षमा, ममता की मूरत है मां

हमारी तरक्की का आधार है मां
जीवन का आधार है मां
लक्ष्मी का स्वरूप है मां
हमारे रसोईघर की अन्नपूर्णा है मां
धैर्य ,सरलता, त्याग ,समर्पण ,दया ,का नाम ही है मां

आशा अभिलाषा का नाम है मां ईश्वर के समान ही है मां
स्वर्ग का भंडार है मां
सादगी शर्म और जरूरत पड़ने पर वीरांगना का नाम ही है मां

भक्ति-शक्ति का प्रमाण है मां
आत्मनिर्भर का नाम है मां
सहयोग एवं उत्तरदायित्व का सार है मां
आदर्श- संस्कार का नाम है मां
मातृ शिक्षा का भंडार है मां!!


श्रवण सिंह राव
आहोर, ज़िला जालोर राजस्थान

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