Deepali Jain, hailing from the Merut district of Uttar Pradesh, has pursued education in life sciences. Serving as the National Coordinator for Anuragyam, she plays a pivotal role as the head of the Merut district for the Betiyan Foundation. Additionally, she holds the position of Vice President for the Delhi region in the Shri Digambar Jain Women’s Association.
Under the leadership of Mrs. Sarita Mahendra Jain, the National President of Shri Digambar Jain Women’s Association, Deepali Jain has organized workshops on various disciplines of arts and culture, as well as craftsmanship, for women. Numerous exhibitions and competitions promoting the dissemination of art and culture have been successfully conducted under Deepali Jain’s guidance.
Recognized with numerous awards and accolades, Deepali Jain has been commended for her outstanding contributions. Anuragyam, under her leadership, endeavors to promote and propagate the rich cultural heritage of India and bring it to the masses. A notable meeting with former President Abdul Kalam took place at the President House on August 15th.
Salma Sultan, a news anchor from Doordarshan, and Shabana Azmi were honored in Delhi’s Shri Fort Auditorium for their contributions to domestic violence cases. Deepali Jain has also been instrumental in providing free education in handicrafts (handicraft) to many women in cities like Delhi, Jaipur, Merut, and others through
दीपाली जैन (राष्ट्रीय संयोजक) : हिंदी में अनुवाद
दीपाली जैन, मेरठ जिले की निवासी, ने अपने शैक्षिक यात्रा में लाइफ साइंस की शिक्षा प्राप्त की है। वह अनुराग्यम् की राष्ट्रीय संयोजक हैं और बेटियाँ फाउंडेशन की प्रमुख, जिसमें मेरठ जिले के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
दीपाली जैन का नेतृत्व श्री दिगम्बर जैन महिला महासभा में भी है, जहां वह दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष के रूप में सेवाएं दे रही हैं। इसके अलावा, राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सरिता महेंद्र जैन के नेतृत्व में श्री दिगम्बर जैन महिला महासभा ने महिलाओं को कला, संस्कृति, और हस्तशिल्प में अनेक शास्त्रों की पाठशालाओं का आयोजन किया है।
दीपाली जैन के नेतृत्व में विभिन्न कला संस्कृति के प्रचार-प्रसार की प्रदशर्नी एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन भी हुआ है, जिससे उन्होंने समृद्धि और प्रशंसा का हकदार बना। उन्हें अनेकों अवार्डों से और प्रशंसा पत्रों से सम्मानित किया गया है, जो उनकी प्रतिबद्धता और सामर्थ्य को दर्शाता है।
अनुराग्यम् में उनकी भूमिका संस्कृति के प्रचार-प्रसार की दिशा में है, और उनका उद्दीपन है कि जन-जन तक भारतीय संस्कृति को पहुंचाना है। इसमें उनका सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है और वह इस मिशन को साकारात्मक रूप से आगे बढ़ा रही हैं।
उनकी नेतृत्व में, दीपाली जैन ने अब्दुल कलाम सर के साथ मुलाकात की, जो ज़िंदगी का एक महत्वपूर्ण पल था। साथ ही, उन्हें सलमा सुल्तान, न्यूज एंकर दूरदर्शन, और शबाना आज़मी से भी सम्मान प्राप्त हुआ है, जो दिल्ली में श्रीफोर्ट ऑडिटोरियम में डोमेस्टिक वोइलेंसे न्याय मामले में आयोजित घटना में हुआ।
उनका संघर्ष सिर्फ सम्मान और प्रशंसा तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने दिल्ली, जयपुर, मेरठ, और अन्य कई शहरों में हस्तशिल्प की निःशुल्क शिक्षा का संचार किया है। इससे महिलाएं न केवल कला में रूचि लेती हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका भी मिलता है।